प्रशासनिक अधिकारियों की भर्ती परीक्षा के लिए तर्कशक्ति और अंग्रेजी पर मजबूत पकड़ कैसे बनाएं ?
यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (यूआईआईसी) प्रशासनिक अधिकारियों (जनरलिस्ट) की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन करने जा रही है। यह परीक्षा कई महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। देश के हजारों अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठते हैं। यह परीक्षा निश्चित रूप से कठिन होती है, लेकिन अगर आप सही तरीके से तैयारी करें, तो आपको परीक्षा में सफलता मिलेगी। परीक्षा की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत, स्मार्ट अध्ययन और प्रभावी समय प्रबंधन की जरूरत है। इस वर्ष यह परीक्षा 14 दिसंबर 2024 को प्रस्तावित है। परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों के पास डेढ़ माह से अधिक समय है। तर्कशक्ति और अंग्रेजी जैसे स्कोरिंग विषयों पर फोकस कर आप इस परीक्षा को पास कर सकते हैं। यहां बताए जा रहे कुछ टिप्स, जो परीक्षा की तैयारी में मददगार साबित होंगे। यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (यूआईआईसी)
पाठ्यक्रम पर नजर डालें
किसी भी परीक्षा की तैयारी की दिशा में पहला कदम पाठ्यक्रम से गुजरना है। पाठ्यक्रम का संदर्भ लेकर उम्मीदवार उन विषयों को जान सकते हैं, जिनकी उन्हें परीक्षा की तैयारी करने में जरूरत है। पाठ्यक्रम के अनुसार तैयारी करने से आप विषय से इतर टॉपिक की पढ़ाई करने से बच जाएंगे।
परीक्षा पैटर्न को समझें
कोई भी परीक्षा देने से पहले उसका पैटर्न समझना जरूरी है। अगर अभ्यर्थी को परीक्षा पैटर्न के बारे में जानकारी हो जाती है, तो वह अपनी परीक्षा की तैयारी बेहतर कर सकता है। इससे वह जान सकता है कि उसे किन-किन विषयों का अध्ययन करना है और उन विषयों से कितने प्रश्न आएंगे। इसके बाद विषयों को उनके महत्व के अनुसार व्यवस्थित कर लें।
अध्ययन योजना बनाएं
पढ़ाई के लिए समय निकालना तभी सार्थक है, जब आप वास्तव में अपनी योजना पर टिके रहें। परीक्षा के लिए पढ़ाई करना एक मैराथन होगा, न कि एक स्प्रिंट, इसलिए सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए समान समय निकाला जाए। उम्मीदवार प्रत्येक सेक्शन की तैयारी के लिए समान समय समर्पित करें ताकि परीक्षा के समय तक कोई भी विषय तैयार करने के लिए न बचे।
टाइम टेबल बनाकर पढ़ें
पढ़ाई का टाइम टेबल एक सुविधाजनक, आसान सा रास्ता है जो कि आपको अपने पढ़ने के समय पर नियंत्रण रखने में सहायता प्रदान करता है। यदि आप भी इस परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करना बेहतर होगा। अच्छी तैयारी के लिए एक दिन में न्यूनतम आठ घंटे पढ़ाई बेहद जरूरी है। आप क्षमता के अनुसार इस समय को बढ़ा सकते हैं। टाइम टेबल में सभी विषयों को बराबर समय दें। कमजोर विषयों को अधिक समय दें।
नियमित रिवीजन करें
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विषयों के नियमित रिवीजन की आवश्यकता होती है। रिवीजन आपके ज्ञान को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब आपको लगे कि आपकी तैयारी पूरी हो गई है तो विषयों का अच्छी तरह से रिवीजन करें। इसके लिए समय निर्धारित कर लें। याद रखने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण अवधारणाओं, सूत्रों और अभ्यास प्रश्नों की समीक्षा करें। इससे आपकी तैयारी दूसरों से बेहतर हो जाएगी।
नोट्स बनाएं
किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए नोट्स बनाना काफी अहम होता है। इसके कई फायदे होते हैं जिसके कारण अभ्यर्थी नोट्स बनाकर पढ़ाई करते हैं। अगर आप नोट्स बनाते है तो इससे आपकी लेखन में सुधार आता है। इससे संबंधित विषय बहुत ही आसानी से लंबे समय तक याद रहता है। आप नोट्स में किसी भी सवाल को अपनी भाषा में लिख सकते हैं, जिससे कि बाद में उन सवालों को आप आसानी पढ़ने और याद कर सकते हैं।
मॉक टेस्ट से अभ्यास करें
परीक्षा की तैयारी में मॉक टेस्ट अहम भूमिका निभाते हैं। पाठ्यक्रम को कवर करने के बाद मॉक टेस्ट का अभ्यास करना चाहिए। यह परीक्षा प्रारूप को समझने, समय प्रबंधन में सुधार करने और आपकी ताकत और कमजोरियों की पहचान करने में मदद करते हैं। इसलिए नियमित रूप से मॉक टेस्ट का अभ्यास करें। यह अभ्यास आत्मविश्वास बढ़ाएगा।
अंग्रेजी पर मजूबत पकड़ बनाएं
बीमा से जुड़े क्षेत्र में नौकरी करने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज की जानकारी होना जरूरी है। अंग्रेजी भाषा पर पकड़ जितनी अच्छी होगी आपके लिए उतना अच्छा होगा। अंग्रेजी भाषा पर पकड़ बनाने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन क्लास भी ज्वॉइन कर सकते हैं। शब्दावली और समझ बढ़ाने के लिए नियमित रूप से समाचार-पत्र, किताबें और लेख पढ़ें।
पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्र हल करें
पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्र हल किए बिना परीक्षा की तैयारी अधूरी रहेगी। इसलिए पुराने प्रश्न-पत्रों को देखना बेहद जरूरी है। पुराने प्रश्न-पत्रों को हल करने से उम्मीदवारों को कमजोर बिंदुओं और टाइम मैनेजमेंट स्किल का अंदाजा लगाने में मदद मिलती है। इससे प्रश्न को हल करने की गति में सुधार होता है। साथ ही इससे आपको इस बात का भी पता चलता है कि हर साल किस तरह के सवाल पूछे जाते हैं।
कमजोर क्षेत्रों पर काम करें
परीक्षा की तैयारी करते समय इस बात का ख्याल रखें कि कमजोर विषय परीक्षा में आपकी कमजोरी न बनें। आप जिस विषय में कमजोर हैं उस पर ध्यान दें और उस विषय में अपनी अच्छी पकड़ बनाने का प्रयास करें। अपने ज्ञान को मजबूत करने के लिए सलाहकारों, ऑनलाइन संसाधनों या कोचिंग संस्थानों से मदद ले सकते हैं। इससे काफी फायदा होगा और आपका ज्ञान हर विषय में बहुत अच्छा हो जाएगा।
परीक्षा का प्रारूप
●ऑनलाइन लिखित परीक्षा 250 अंकों की होगी, जिसमें 200 प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे।
●तर्कशक्ति और अंग्रेजी भाषा से 50-50, मात्रात्मक रुझान और सामान्य जागरुकता से 40-40 और कंप्यूटर ज्ञान से 20 प्रश्न होंगे।
●अंग्रेजी भाषा के अतिरिक्त सभी प्रश्न हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे।
●परीक्षा की अवधि 150 मिनट की होगी। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक चौथाई अंक की कटौती की जाएगी।
●अंग्रेजी भाषा की वर्णनात्मक परीक्षा 30 अंकों की होगी, जिसमें पत्र लेखन 10 अंक और निबंध 20 अंक का होगा।
●परीक्षा की अवधि 30 मिनट की होगी।
●वर्णनात्मक परीक्षा के अंकों को साक्षात्कार या अंतिम चयन के लिए शॉर्टलिस्टिंग में नहीं गिना जाएगा।
पाठ्यक्रम
●तर्कशक्ति (रीजनिंग) : सादृश्य, समानताएं और अंतर, अंतरिक्ष दृश्य, विश्लेषणात्मक तर्क, निर्णय लेना, दृश्य स्मृति, भेदभाव, अवलोकन, रक्त संबंध, अंकगणितीय तर्क, मौखिक शृंखला, कोडिंग और डिकोडिंग, संख्या श्रृंखला, आकृति शृंखला, समस्या का हल, शब्द निर्माण, रुझान, वेन आरेख, ड्राइंग अनुमान, पता मिलान, वर्गीकरण, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, सामाजिक बुद्धिमत्ता, सिटिंग अरेजमेंट, पहेली आदि।
●सामान्य अंग्रेजी (जनरल इंग्लिश) : ग्रामर, रीडिंग कॉम्प्रिहेंसन, अनडिस्कवर्ड पैसेज, अंडरस्टैंडिंग पैसेज, फिल इन द ब्लैंक्स, क्लोज टेस्ट, पैरा जम्बल्स, एरर स्पॉटिंग, स्पेलिंग एरर, सिनोनिम्स एंड एंटोनिम्स, इडियम्स एंड फ्राजेज, वोकेबुलरी, टेंस, वर्ब, एडवर्ब, आर्टिकल्स, सेंटेंस रिअरेजमेंट, सेंटेंस करेक्शन, सेंटेंस स्ट्रक्चर, सेंटेंस कम्पलिशन, वर्ल्ड यूसेज, मल्टीपल मीनिंग/एरर डायरेक्शन, वन वर्ड एंसर।
●मात्रात्मक रुझान (क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड) : संख्या प्रणाली, बोडमास, लघुत्तम और महत्तम, पूर्ण संख्याएं, दशमलव, भिन्न और संख्याओं के बीच संबंध, मौलिक अंकगणितीय संचालन, प्रतिशत, वर्गमूल, अनुपात और समानुपात, औसत, मिश्रण, साझेदारी व्यवसाय, सरल और चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ और हानि, छूट, तालिकाओं और रेखांकन का उपयोग, क्षेत्रमिति, कार्य और समय, समय और दूरी, नाव एवं धारा, बीजगणित आदि।
●सामान्य/ वित्तीय जागरुकता (जनरल/ फाइनेंसियल अवेयरनेस) : करंट अफेयर्स, भूगोल, इतिहास, भारतीय संविधान, भारत एवं पड़ोसी देश, बजट एवं पंचवर्षीय योजनाएं, बैंकिंग एवं बीमा, व्यवसाय एवं अर्थव्यवस्था, सरकार की योजनाएं, समझौते/ एमओयू, पुस्तकें एवं लेखक, सम्मेलन, खेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, महत्वपूर्ण दिन, पुरस्कार एवं सम्मान, समितियां/परिषदें, देश और राजधानियां आदि।
●कंप्यूटर का ज्ञान : फंडामेंटल ऑफ कंप्यूटर, जनरेशन ऑफ कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर, शॉर्टकट कुंजियां, नेटवर्किंग, इंटरनेट का बुनियादी ज्ञान, एमएस ऑफिस, डाटाबेस, कंप्यूटर का इतिहास, इनपुट-आउटपुट डिवाइस, माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज़, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, एमएस वर्ड, एमएस पावर प्वाइंट, एमएस एक्सेल, कंप्यूटर हार्डवेयर, मेमोरी और डाटा स्टोरेज, नेटवर्किंग, कंप्यूटर सुरक्षा और नैतिकता, इंटरनेट, कंप्यूटर वायरस आदि।
इन पुस्तकों का अध्ययन करें
●ए मॉर्डन एप्रोच टू वर्बल एंड नॉनवर्बल रीजनिंग, लेखक : आरएस अग्रवाल
● क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, लेखक : आरएस अग्रवाल
●इंग्लिश ग्रामर एंड कम्पोजिशन, लेखक : रेन एंड मार्टिन
●ऑब्जेक्टिव इंग्लिश ग्रामर, लेखक : एसपी बख्शी
●बैंकिंग जागरूकता : अरिहंत प्रकाशन
●हैंडबुक ऑफ बैंकिंग इंफॉर्मेशन, लेखक : एनएस तूर
●कंप्यूटर जागरुकता : अरिहंत प्रकाशन
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