नॉन-एग्जिक्यूटिव भर्ती 2024 परीक्षा के लिए स्कोरिंग विषयों पर फोकस कैसे करें।
नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनफएल) में नॉन-एग्जिक्यूटिव पदों पर आवेदन करने का सुनहरा अवसर है। दरअसल, एनफएल ने नॉन-एग्जिक्यूटिव पदों के तहत जूनियर इंजीनियरिंग असिस्टेंट ग्रेड II, नर्स, फार्मासिस्ट, ओटी टेक्निशियन आदि पदों पर भर्तियां निकाली हैं, जिसके लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा की तिथि अभी तय नहीं है, इसलिए परीक्षार्थियों के पास तैयारी के लिए पर्याप्त समय है। इच्छुक अभ्यर्थी इस परीक्षा में उच्च रैंक लाकर पद-प्रतिष्ठा पाने का सपना साकार कर सकते हैं। परीक्षा में सफलता हासिल करना कठिन अवश्य है, लेकिन नामुमकिन नहीं। बशर्ते उचित रणनीति बनाकर परीक्षा की तैयारी की जाए। स्कोरिंग विषयों पर फोकस कर अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं।
पाठ्यक्रम को समझने से करें शुरूआत।
सबसे पहले अभ्यर्थी एनएफएल की वेबसाइट पर जाकर परीक्षा में पूछे जाने वाले विषयों का पाठ्यक्रम देख लें, जिससे पाठ्यक्रम के आधार पर टॉपिक्स की तैयारी करना आसान हो जाए। पसंदीदा विषयों पर ही पूरा ध्यान केंद्रित न करें, क्योंकि परीक्षा के हर विषय में अधिक अंक प्राप्त करने का लक्ष्य व प्रयास ही आपकी सफलता सुनिश्चित करेगा।
परीक्षा पैटर्न को जानें।
कौन-से विषय से कितने प्रश्न पूछे जाएंगे, प्रश्न कितने अंकों के होंगे, कौन सा पेपर स्कोरिंग है आदि महत्वपूर्ण बिंदुओं को नजरअंदाज न करें। सभी विषयों की मजबूत तैयारी के लिए टाइम टेबल बनाएं और उसी के अनुसार विषयों को विभाजित कर अपनी तैयारी करें।
अपनी कमजोरियों को पहचानें।
निश्चित समय सीमा में अच्छी तैयारी करने और सफलता पाने के लिए अपनी कमजोरियों को पहचानें। जिस विषय में कमजोर हैं, उसके लिए अलग से समय निकालें। परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के सटीक उत्तर लिखने के लिए केवल तथ्यों की जानकारी होना ही पर्याप्त नहीं, बल्कि टॉपिक्स को अच्छे से समझें, जिससे सफल होने में कोई कसर न रह जाए।
अंतिम घड़ी में नया विषय चुनने से बचें।
परीक्षा की अंतिम घड़ी रीविजन के लिए होती है। इस समय कोई भी नया विषय पढ़ने से बचें, क्योंकि आप उस विषय की तैयारी के लिए उचित समय नहीं दे पाएंगे, बल्कि इससे बेवजह भ्रम और तनाव की स्थिति उत्पन्न होगी।
मॉक टेस्ट से करें अपना मूल्यांकन।
मॉक टेस्ट आपको वास्तविक परीक्षा के लिए पूरी तरह तैयार करता है। इसके जरिये आप अपनी तैयारी का बेहतर आंकलन कर सकते हैं। निश्चित समय सीमा के भीतर सभी प्रश्नों को हल करने से लेकर टाइम मैनेजमेंट की स्किल विकसित कर अपनी कमजोरियों को दूर कर सकते हैं।
पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों को हल करें।
पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्र जितना अधिक हल करेंगे, आप अपनी तैयारी को उतना ही अधिक पुख्ता कर सकेंगे। इससे आप प्रश्न पत्र को हल करने में लगने वाले समय के आधार पर समय प्रबंधन का ध्यान रख पाएंगे और आगामी परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संरचना से भी परिचित हो सकते हैं। प्रश्नपत्रों को हल करना आपके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। प्रैक्टिस सेट पेपर्स की मदद से आप परीक्षा के पैटर्न को आसानी से समझ सकते हैं।
नोट्स बनाकर पढ़ें।
लिखित परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए नोट्स बनाकर पढ़ाई करना आपकी सफलता में सहायक सिद्ध हो सकता है। रटने के बजाय नोट्स बनाने से आपको सारे प्वाइंट्स, महत्वपूर्ण अवधारणाओं और सूत्रों को याद रखने में मदद मिलेगी। नोट्स बनाने का एक फायदा यह भी होगा कि आपकी अध्ययन सामग्री एक जगह सुरक्षित रहेगी। उसे बार-बार ढूंढने में आपका समय नष्ट नहीं होगा।
सामान्य ज्ञान स्कोरिंग विषय।
किसी भी परीक्षा में सामान्य ज्ञान या करंट अफेयर्स से प्रश्न जरूर पूछे जाते हैं। साथ ही इनमें अच्छे अंक लाने के भी पूरी उम्मीद होती है, बशर्ते आप समसामयिक घटनाओं पर मजबूत पकड़ रखते हों। इसके लिए आप हर दिन समाचार-पत्र पढ़ें और न्यूज चैनल्स की मदद से खुद को अपडेट रखें। जिन परीक्षार्थियों का सामान्य ज्ञान मजबूत होता है उन्हें अन्य उम्मीदवारों की तुलना में अधिक अंक मिलने की संभावना रहती है। इसके लिए एनसीईआरटी की किताबों की मदद लें।
करंट अफेयर्स से अपडेट रहें।
परीक्षा में अच्छे अंक पाने के लिए एक साल के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम की गहन जानकारी जरूरी है। इसके अलावा राजव्यवस्था, अर्थव्यव्स्था, पर्यावरण एवं पारिस्थितकी आदि विषयों सहित वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विभिन्न चर्चित तथा विवादास्पद मुद्दों एवं समसामयिक घटनाओं पर मजबूत पकड़ बनाएं। इसके साथ ही उम्मीदवार प्रतियोगी पुस्तकों और मैग्जीन की मदद ले सकते हैं।
समय प्रबंधन का ध्यान रखें।
परीक्षा की तैयारी के लिए समय प्रबंधन अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए प्रभावी ढंग से तैयारी करने और अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करता है। जो अभ्यर्थी अनुशासन और समर्पण के साथ निर्धारित कार्यक्रम का पालन करते हैं, उनके सफल होने की संभावना अधिक होती है। निर्धारित समय सीमा के भीतर प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें। इससे वास्तविक परीक्षा के दौरान समय प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।
डिजिटल प्लैटफॉर्म्स भी हैं उपयोगी।
गूगल और सोशल मीडिया पर कई ऐसी वेबसाइट्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं, जो आपकी तैयारी को और भी अधिक मजबूत बना सकते हैं। यू-टयूब पर कई ऐसे एजुकेशनल वीडियोज और लर्निंग सेशंस उपलब्ध हैं, जो करंट अफेयर्स सहित अन्य विषयों की तैयारी में अभ्यर्थियों के लिए सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
सकारात्मक रुख अपनाएं।
परीक्षा की तैयारी के दौरान सकारात्मक रवैया अपनाएं और खुद को बेहतर करने के लिए प्रेरित करते रहें। अपनी तैयारी पर भरोसा रखें और आत्मविश्वास न खोएं, क्योंकि आपका सकारात्मक रवैया ही परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन का आधार बनेगा। परीक्षा के दौरान अपने स्वास्थ्य की अनदेखी न करें। परीक्षा का अत्यधिक तनाव न लें। भरपूर नींद और पौष्टिक आहार लें। खुद को तरोताजा और तनावमुक्त रखने के लिए अध्ययन के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहें।
चयन प्रक्रिया
●लिखित परीक्षा, दस्तावेज सत्यापन और मेडिकल टेस्ट के आधार पर चयन होगा।
परीक्षा का प्रारूप
●ओएमआर आधारित परीक्षा दो चरणों में होगी। विषय संबंधी और एप्टीट्यूड संबंधी।
●परीक्षा कुल 150 अंकों की होगी। प्रत्येक सही उत्तर के लिए एक अंक मिलेगा।
●विषय संबंधी पेपर से 100 प्रश्न होंगे। सामान्य ज्ञान/ जागरुकता, सामान्य अंग्रेजी, तर्कशक्ति और मात्रात्मक रुझान से 50 प्रश्न पूछे जाएंगे।
●परीक्षा का माध्यम राजभाषा हिंदी एवं अंग्रेजी होगा। परीक्षा की अवधि दो घंटे है।
●परीक्षा में सफल होने के लिए परीक्षार्थी को न्यूनतम 75 अंक लाना अनिवार्य है।
पाठ्यक्रम
●सामान्य जागरुकता (जनरल अवेयरनेस) भारतीय इतिहास, कला और संस्कृति, करंट अफेयर्स, भारत और विश्व से जुड़े पर्यावरणीय मुद्दे, वैज्ञानिक अनुसंधान, भौतिकी, सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान, जीव विज्ञान, पर्यावरण, भारतीय अर्थव्यवस्था, भारत और विश्व का भूगोल, भारत और उसके पड़ोसी देश, खेल, राजनीति, रसायन शास्त्र, भारत का संविधान, पुस्तकें और लेखक, महत्वपूर्ण तिथियां आदि।
●सामान्य बुद्धि एवं तर्क (जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग) सादृश्य, समानताएं और अंतर, स्थानिक दृश्य, स्थानिक अभिविन्यास, समस्या समाधान विश्लेषण, निर्णय, निर्णय लेने पर प्रश्न, दृश्य स्मृति, भेदभावपूर्ण अवलोकन, संबंध अवधारणाएं, अंकगणितीय तर्क, मौखिक और चित्र वर्गीकरण, अंकगणितीय संख्या शृंखला, गैर-मौखिक शृंखला, कोडिंग और डिकोडिंग, कथन-निष्कर्ष, सिलोजिस्टिक तर्क आदि।
●सामान्य अंग्रेजी (जनरल इंग्लिश) रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, अनडिस्कवर्ड पैसेज, क्लोज टेस्ट, पैरा जम्बल्स, एरर स्पॉटिंग, स्पेलिंग एरर, सेंटेंस करेक्शन, फिल इन द ब्लैंक्स, सिनोनिम्स, एंटोनिम्स, ईडियम्स एंड फ्रेजेज, वॉकेबलरी, ग्रामर, टेंस, वर्ब, ऐडवर्ब, वर्ड मीनिंग, आर्टिकल्स, सेंटेंस रिअरेजमेंट, सेंटेंस कंप्लेशन, वर्ल्ड यूसेज, वन वर्ड सब्सटीट्यूशन, एक्टिव एंड पैसिव वाइस आदि से संबंधित प्रश्न परीक्षा में पूछे जा सकते हैं।
इन पुस्तकों से मदद मिलेगी।
●लुसेंट जनरल नॉलेज, मनोरमा ईयर बुक
●क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, लेखक आरएस अग्रवाल
●वर्बल एंड नॉन-वर्बल रीजनिंग, लेखक आरएस अग्रवाल
●हाई स्कूल इंग्लिश ग्रामर एंड कॉम्पोजिशन, लेखक रेन एंड मार्टिन
●ऑब्जेक्टिव जनरल इंग्लिश, लेखक एसपी बक्शी
●संबंधित तकनीकी विषयों के लिए पद के अनुसार टेक्निकल तकनीकी विषयों पर आधारित पुस्तकें।
●ध्यान रहे, एनएफएल अभ्यर्थियों के चयन के लिए स्किल/ ट्रेड टेस्ट का भी आयोजन कर सकता है। यह टेस्ट क्वालिफाइंग प्रकृति का होगा।
कहां होगी नियुक्ति
चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति आरंभिक तौर पर एनएफएल की उन इकाइयों में की जाएगी, जहां के लिए उन्होंने आवेदन किया है। हालांकि अभ्यर्थी यह जाने लें कि उनकी नियुक्ति संस्थान की आवश्यकतानुसार देशभर में स्थित एनएफएल की किसी भी इकाई में की जा सकती है।
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